1. अंतर्मन की आवाज़ ' नेता जी ने जो भी किया जायज है '2. अब यह पूर्वाभास था या अंतर्मन की आवाज़ , या फिर चिकित्सीय दृष्टि । 3. अब यह पूर्वाभास था या अंतर्मन की आवाज़ , या फिर चिकित्सीय दृष्टि । 4. लेकिन, फाली नरीमन जी की स्वीकारोक्ति कम-से-कम उनके अंतर्मन की आवाज़ को तो अभिव्यक्त करती है. 5. उसे कहां बाँध सकूंगी मैं, पर ये कोशिशें...नाकाम कोशिशें! अंतर्मन की आवाज़ बयां करती ये पंक्तियाँ बेमिसाल हैं| 6. हम वो नहीं हैं जो खामखाह फाख्ता उड़ाते हैं (अंतर्मन की आवाज़ -गोया फाख्ता उड़ाने का भी कोई परपज होता है). 7. अरे भाई संगठन बनाने के लिए क्या आपको किसी की इज़ाज़त चाहिए? सकारात्मक कदम के लिए सिर्फ अपने अंतर्मन की आवाज़ सुनिए । 8. पर नेताजी इससे निश्चिन्त होंगे और प्रसन्न भी की उन्होंने वही किया जो उनके अंतर्मन की आवाज़ थी. की सामाजिक न्याय होना चाहिए. 9. हम वो नहीं हैं जो खामखाह फाख्ता उड़ाते हैं (अंतर्मन की आवाज़ -गोया फाख्ता उड़ाने का भी कोई परपज होता है). 10. “ इसी को ध्यान में रखते हुए उसने अपनी बहन के प्यार का अपहरण कर उसे मार डाला था ” मेरे साथ-साथ अंतर्मन की आवाज़ भी तीखी हो चली थी “